लाइव पलामू न्यूज/लातेहार: मनिका प्रखंड मुख्यालय स्थित सिंजो पंचायत के बनखेता गांव से एक आश्चर्यजनक घटना सामने आई है। जहां पानपती देवी (50 वर्ष) ने फांसी के फंदे पर झूलकर अपनी इहलीला समाप्त कर दी। बताया जा रहा है कि पर फमहिला की पहली शादी मनिका प्रखंड के सरदमदाग निवासी अर्जुन सिंह से हुआ था। तीन चार वर्ष पूर्व पति अर्जुन सिंह लड़ाई झगड़ा करने के बाद वह भागकर सिंजो निवासी निरंजन सिंह के साथ रह रही थी।
इस बाबत निरंजन सिंह ने बताया कि हमारी शादी 30 वर्ष पूर्व मतनाग लातेहार निमानी देवी के साथ हुई थी। जो मुझे छोड़कर चली गयी थी। उस समय से मैं अकेला था। मनिका साप्ताहिक बाजार में पानपती से दारू पीने के दौरान मेरी मुलाकात हुई । उस दिन दारू पीने के बाद वह मेरे साथ मेरे घर आ गयी और यहीं रहने लगी। बाद में गांव में पंचायती भी हुई दोनों को दंडित किया गया।
उसके बाद से अक्सर हम दोनों दारू पीते और साथ रहते थे। निरंजन ने बताया कि गुरुवार देर शाम जब मैं घर पर आया तो दरवाजा अंदर से बंद था। काफी चिल्लाने के बाद भी दरवाजा नहीं खुला तो थक हारकर मैं पास के ही एक नवनिर्मित मकान में रात गुजारा। सुबह होने के बाद फिर दरवाजा खटखटाया लेकिन अंदर से कोई आवाज नहीं आ रही थी। इसके बाद आस पास के ग्रामीण एकत्रित होने लगे। लोगों ने इसकी सूचना प्रभारी थाना प्रभारी इंस्पेक्टर बबलू कुमार को दी।
जिसके बाद एसआई राजकुमार तिग्गा, एएसआई रामप्रताप सिंह दल बल के साथ घटना स्थल पहुंचे व दीवार तोड़कर अंदर घुसे और दरवाजा खोला। जहां देखा कि महिला फांसी पर झूली हुई थी। निरंजन ने बताया कि चार पांच दिन से वह बीमार चल रही थी। इस बाबत प्रभारी थाना प्रभारी ने कहा पुलिस हर पहलू पर गंभीरता से जांच कर रही है। प्रथम दृष्टया मामला आत्महत्या का प्रतीत हो रहा है। हालांकि पूरी तरह से जांच के बाद ही सब कुछ स्पष्ट हो पाएगा।