लाइव पलामू न्यूज/मेदिनीनगर: सोमवार को मनरेगा अंतर्गत सीएफपी के तहत कार्यरत थेमैटिक एक्सपर्ट का जिला स्तरीय तीन दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन किया गया। जिसका उद्घाटन कार्यक्रम में आये अतिथियों ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्जवलित कर किया। प्रशिक्षण कार्यक्रम में बताया गया कि क्लस्टर फैसिलिटेशन परियोजना के तहत कार्यरत थेमैटिक एक्सपर्ट द्वारा मनरेगा के क्रियान्वयन में गुणात्मक सहयोग करेंगे। आई.एन.आर.एम गतिविधियों पर कुल खर्च का 65 प्रतिशत, प्रखंड स्तर पर व्यक्तिगत योजनाओं पर कुल खर्च का 60 प्रतिशत और खेती व संबंधित गतिविधियों पर कुल खर्च का 60 प्रतिशत व्यय किया जाएगा। मनरेगा अंतर्गत बागवानी योजना में पौधों की उत्तरजीविता को 90 प्रतिशत से अधिक रखना, साथ ही सभी एसटी एससी परिवारों को जिला के औसत से कम 10 प्रतिशत ज्यादा कार्य उपलब्ध कराना जैसे कई लक्ष्यों की प्राप्ति की जानी है।
मौके पर उप विकास आयुक्त रवि आनंद ने कहा कि सीएफपी परियोजना अंतर्गत पूरे देश के 300 प्रखंडों में से सर्वाधिक 51 प्रखंड झारखंड राज्य से लिए गए हैं। इसके अंतर्गत राज्य के आकांक्षी 19 जिलों के 41 प्रखंडों एवं शेष 5 जिलों में से 4 जिलों के 10 प्रखंड सहित कुल 51 प्रखंडों में यह प्रोजेक्ट यथाशीघ्र आरंभ किया जाना है। इस योजना के 3 वर्षों के क्रियान्वयन पर कुल 80.78 करोड रुपए के व्यय का अनुमान है। जिसका वहन पूर्ण रूप से ग्रामीण विकास मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा किया जाएगा।प्रशिक्षण कार्यक्रम में डीडीसी रवि आनंद के अलावे छतरपुर एवं नौडीहा बाजार प्रखंड के सभी मुखिया, सहायक अभियंता, कनीय अभियंता, ग्राम रोजगार सेवक, प्रखंड कार्यक्रम पदाधिकारी सहित कई कर्मियों ने भाग लिया।