लाइव पलामू न्यूज/रांची: सांसद निशिकांत दुबे ने ट्वीट करते हुए राज्य के स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता का 21 सेकंड का एक वीडियो जारी किया है। निशिकांत ने ट्वीट करते हुए कहा कि यह है इंडियन नेशनल कांग्रेस का चरित्र, झारखंड के स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता जी का यह तथाकथित माजरा है। महिलाओं की इज्जत से खेलना, कांग्रेस कार्यकर्ता सुशील शर्मा का अपनी पत्नी को तंदूर में जलाना, काश! गांधी परिवार समझ पाता। यदि यह सही है तो कांग्रेस के लिए डूब मरनेवाली बात है। इस वीडियो में स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता और एक महिला की आवाज है। हालांकि इसकी पुष्टि लाइव पलामू न्यूज नहीं करता है।
इसके बाद स्वास्थय मंत्री बन्ना गुप्ता ने कहा, सोशल मीडिया में मेरी छवि को धूमिल करने और राजनीतिक विद्वेष भावना रखने वाले राज्य के कुछ प्रमुख राजनीतिक विरोधियों ने एक सोची समझी साजिश के तहत, एक फेक और एडिट वीडियो को जानबूझ कर वायरल कर दिया है। वीडियो में स्पष्ट नजर आ रहा है कि फोटो शॉप या अन्य किसी एडिटिंग एप्प के माध्यम से यह किया गया है। जिसके विरुद्ध मैंने FIR करवा दिया है। जल्द ही इस मामले में पुलिसिया जांच के बाद दूध का दूध और पानी का पानी हो जायेगा, जिन लोगों ने इस फर्जी और एडिटेड वीडियो के माध्यम से मुझे फंसाने का कार्य किया है उन सभी के खिलाफ भी कानूनी कार्रवाई होगी। सत्यमेव जयते!
वहीं सांसद संजय सेठ ने कड़ी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि यह लोकतंत्र, लोकतंत्र के मंदिर, लोकतांत्रिक तरीके से चुनी हुई सरकार और वोट देकर चुनने वाली जनता इन सबका अपमान है। इन सब के लिए शर्मनाक बात है। लोकतांत्रिक तरीके से चुनी हुई सरकार के मंत्रियों का यह कृत्य बताता है कि झारखंड के मंत्री किस कदर व्याभिचार में डूबे हुए हैं। सांसद ने चुटकी लेते हुए कहा कि मंत्री जी इन्हीं सब चीजों में व्यस्त हैं तो राज्य की स्वास्थ्य व्यवस्था में क्या सुधार होगा।
उन्होंने कहा कि बन्ना गुप्ता को सार्वजनिक रूप से जनता से माफी मांगना चाहिए। नैतिकता के आधार पर तत्काल इस्तीफा देना चाहिए। सांसद ने झारखंड के राज्यपाल से गुहार लगाई है कि ऐसे नैतिकता विहीन और व्याभिचारी मंत्री को तत्काल मंत्रिमंडल से बर्खास्त किया जाए। उनकी सदस्यता समाप्त कर, आजीवन चुनाव लड़ने पर प्रतिबंध लगाया जाए। ऐसे लोग किस मुंह से आम जनता के सामने नैतिकता की बातें करते हैं, यह समझ से परे है। उन्होंने कहा कि भ्रष्टाचार और घोटालेबाजों से घिरे राज्य झारखंड, अब व्याभिचारियों के बीच में फंस चुका है। यह बेहद दुखद है।