लाइव पलामू न्यूज: सोमवार को एक आदेश जारी करते हुए महाराष्ट्र की एकनाथ शिंदे सरकार ने गाय को राज्यमाता घोषित किया है। इस आदेश के अनुसार शासन ने यह निर्णय लिया है कि गाय का भारतीय संस्कृति, वैदिक काल से महत्व है। देसी गाय का दूध मानव आहार के लिए उपयुक्त है। आयुर्वेद चिकित्सा पद्धति,पंचगव्य उपचार पद्धति, इस तरह गोमूत्र जैविक खेती पद्धति के महत्व को देखते हुए गाय को अब से राज्यमाता घोषित किया जा रहा है।
उल्लेखनीय है कि भारत में गाय को माता का दर्जा दिया जाता है और हिंदू धर्म में उसकी पूजा का विधान है। इसके अलावा न केवल गाय के दूध वरन् मूत्र और गोबर को भी पवित्र माना जाता है और इनका बहुतायत में इस्तेमाल भी किया जाता है। गाय का दूध मानव शरीर के लिए काफी लाभकारी है। वहीं गौमूत्र से कई बीमारियों को ठीक करने का दावा किया जाता है।आयुर्वेद के अनुसार गाय का दूध बच्चों के विकास में सहायक होता है और बच्चे शांत प्रवृत्ति के होते हैं। हिंदू धर्म में मान्यता है कि गाय में सभी देवी-देवताओं का निवास होता है। लंबे समय से गाय को राष्ट्रमाता घोषित करने के लिए आंदोलन चलाया जा रहा है।