रविवार को आरसीएच के कर्मचारियों में उस वक्त भगदड़ मच गई जब दोपहर में लोगों ने ऑरनेट फ्लाइंग स्नेक रेंगता देखा। आनन फानन में स्नैक कैचर रमेश कुमार महतो को बुलाया गया। उन्होंने सांप को पकड़ा और उससे खेलने लगे। फिलहाल सांप उनके पास ही है। जिसे जल्द ही बिरसा जैविक उद्यान को सौंप दिया जाएगा।
लाइव पलामू न्यूज/रांची: राज्य में पहली बार एक अनूठा सांप मिला है। जो खूबसूरत आभूषण की तरह दिखता है। जिसे ऑरनेट फ्लाइंग स्नेक कहा जाता है। आम बोलचाल की भाषा में इसे उड़ने वाला सांप या तक्षक नाग भी कहा जाता है। रांची के नामकुम स्थित आरसीएच के दफ्तर से इस सांप को रेस्क्यू किया गया है।
दरअसल, 1 दिसंबर (रविवार) की दोपहर इस सांप को रेंगता देख आरसीएच में हड़कंप मच गया। जिससे सभी कर्मचारी डरकर दफ्तर से बाहर निकल गये। आनन-फानन में इसकी सूचना स्नैक कैचर रमेश कुमार महतो को दी गयी। इधर मामले की सूचना पर रमेश आरसीएच पहुंचे और सांप को दवा के कार्टन से रेस्क्यू किया। जिसके बाद कर्मचारियों ने राहत की सांस ली। सांप देखने में इतना खूबसूरत था कि आरसीएच के कर्मी इसका वीडियों बनाने लगे। वहीं स्नैक कैचर रमेश कुमार महतो ने सांप की खासियत बताते हुए कहा कि झारखंड में पहली बार ऑरनेट स्नैक को रेस्क्यू किया गया है। इस सांप में हल्का जहर होता है जिसका इस्तेमाल वह शिकार पकड़ने के लिए करता है। यह मुख्य रूप से छोटी छिपकली खाना पसंद करता है।
रमेश ने बताया कि रेस्क्यू किया गया सांप मादा है। जिसकी लंबाई तीन फीट से थोड़ी ज्यादा है। यह एक पेड़ से दूसरे पेड़ पर छलांग लगाकर अपना शिकार करता है। अनुमान के मुताबिक यह 50 से 100 फीट तक छलांग लगा लेता है। इसकी अधिकतम आयु 12 वर्ष होती है।