लाइव पलामू न्यूज/मेदिनीनगर: बुधवार को भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के वरिष्ठ नेता सूर्यपत सिंह, जिला सचिव रुचिर कुमार तिवारी, एआईएसएफ के जिला सचिव मृत्युंजय तिवारी, आशीष पांडे, नौजवान संघ के उपाध्यक्ष आलोक कुमार तिवारी युवा अधिवक्ता श्रद्धानंद तिवारी ने स्थानीय कचहरी परिसर में संयुक्त रुप से बयान जारी करते हुए कहा कि झारखंड वासियों के हित में हेमंत सरकार को स्थानीय नियोजन नीति 1932 के आधार पर लागू करनी चाहिए । 60 और 40 के गेम में युवा और छात्र गुमराह हो रहे हैं और इसमें बाहरी लोगों को यहां के स्थानीय नौकरियों में घुसपैठ होने का खतरा उत्पन्न होगा। इससे पहले भाजपा की रघुवर सरकार ने बाहरी लोगों को भरने के लिए जो स्थानीय नियोजन नीति लाया था, उसको छात्रों ने बेनकाब करके झारखंड में हेमंत सरकार को लाया।

 

इसलिए हेमंत सरकार का भी यह दायित्व बनता है कि यहां के मूल वासियों के हितों को देखते हुए 1932 का स्थानीय नियोजन नीति झारखंड में लागू करें। उसके बाद जो अगर झारखंड के लोग छूट जाते हैं तो उसमें कटऑफ दे करके उनको भी शामिल करें । लेकिन किसी भी तरह से तृतीय और चतुर्थ वर्ग के नौकरी में झारखंड वासियों को नौकरी मिलना चाहिए। बाहरी को नौकरी देने का दरवाजा बंद होना चाहिए। राज्य के जनता के हितों को देखते हुए छात्र नौजवानों से मुख्यमंत्री को संवाद करना चाहिए। उनके साथ लाठी से नहीं बल्कि संवाद से हल निकले तभी नीलांबर पीतांबर, फूलों झारो और बिरसा मुंडा के सपनों को साकार किया जा सकेगा।

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