गढ़वा : सोमवार को झारखंड राज्य मनरेगा कर्मचारी संघ, जिला इकाई गढ़वा के बैनर तले जिलेभर के मनरेगा कर्मी अपनी विभिन्न मांगों और बर्खास्त किए गए कर्मियों की सेवा वापसी के मुद्दे को लेकर एकत्रित हुए। इस दौरान कर्मियों ने उपायुक्त को मांगपत्र (ज्ञापन) सौंपा।

जिसके बाद उपायुक्त ने संघ की 5 सदस्यीय टीम को चर्चा के लिए बुलाया। टीम ने उपायुक्त को अवगत कराया कि समाहरणालय के बाहर जिलेभर के सभी मनरेगा कर्मी मौजूद हैं। इस पर उपायुक्त ने तत्काल निर्देश दिया कि सभी साथियों को लेकर सभागार कक्ष में आएं।
हुई सकारात्मक वार्ता :
उपायुक्त ने कर्मियों की समस्याओं और मांगों को गंभीरता से सुना और स्पष्ट रूप से कहा कि किसी भी निर्दोष मनरेगा कर्मी पर कोई कार्रवाई नहीं होगी। सभी कर्मी बिना किसी भय और दबाव के मुक्त होकर कार्य करें।
उपायुक्त ने यह भी भरोसा दिलाया कि “जिन निर्दोष कर्मियों को बर्खास्त किया गया है, उनके मामलों की पुनः जांच के लिए समिति का गठन किया जाएगा। निष्पक्ष समीक्षा के बाद उचित निर्णय लेते हुए सेवा में वापसी सुनिश्चित की जाएगी।”
कर्मियों में दिखा उत्साह और भरोसा :
इस वार्ता को मनरेगा कर्मियों ने सकारात्मक, सार्थक और समाधानकारी बताया। उन्होंने कहा कि प्रशासन से मिले इस सहयोगात्मक रुख से जिले में विकास कार्यों को और भी गति मिलेगी।
संघ ने जताया आभार :
झारखंड राज्य मनरेगा कर्मचारी संघ, जिला इकाई गढ़वा ने उपायुक्त के संवेदनशील एवं सहयोगी रवैये के लिए आभार प्रकट करते हुए उम्मीद जताई कि आगे भी प्रशासन और मनरेगा कर्मी साझेदारी के साथ जिले के विकास में अपना योगदान देते रहेंगे।