मेदिनीनगर : एनपीयू अपने एकेडमिक सेशन में सुधार और समय पर परीक्षा कराने के लिए सख्त कदम उठाने जा रही है। दरअसल, विश्वविद्यालय ने फैसला किया है कि अब बैकलॉग परीक्षा का आयोजन दो बार ही कराया जाएगा। किसी भी सेशन के लिए यूनिवर्सिटी तीसरी बार बैकलॉग परीक्षा नहीं लेगी।


बताते चलें कि कोविड 19 काल के बाद एनपीयू में अंडरग्रेजुएट, पोस्टग्रेजुएट और दूसरे वोकेशनल कोर्स के एग्जाम में बैकलॉग का सामना कर रही है। यूनिवर्सिटी ने हाल में ही रेगुलर कोर्स के साथ बैकलॉग की भी परीक्षा कराई है।

दो बार बैकलॉग की परीक्षा ली जाएगी। तीसरी बार बैकलॉग की परीक्षा नहीं ली जाएगी। छात्र संगठनों के साथ भी बातचीत हुई है। बैकलॉग परीक्षा को लेकर समस्याएं आ रही हैं। छात्र समझते हैं कि बैकलॉग परीक्षा होगी। वह परीक्षाओं के लिए बैकलॉग का इंतजार करते हैं। जिस कारण सेशन लेट हो रहा है। इस पर अंकुश लगाने के लिए दो बार ही बैकलॉग परीक्षा करायी जाएगी. सभी बैकलॉग एक ही वर्ष में नियमित छात्रों के साथ पूरा किया जाएगा।
कुलपति प्रोफेसर डॉक्टर दिनेश कुमार सिंह,नीलांबर पीतांबर यूनिवर्सिटी

उन्होंने कहा कि, जैसे, 2025-29 बैच के स्टूडेंट की परीक्षा जनवरी में होगी, जबकि सेकेंड सेमेस्टर की परीक्षा जून में होगी। जिसके बाद सेशन नियमित हो जाएगी। मई-जून महीने में खबर आई थी कि नीलांबर पीतांबर यूनिवर्सिटी से 8,995 छात्र गायब हो गए हैं। सभी छात्र ग्रेजुएशन कर रहे थें। गायब छात्रों में से ज्यादातर वे थे, जिनके बैकलॉग थे। सैकड़ों छात्रों ने तो परीक्षा फॉर्म ही नहीं भरा था।

2021-24 के ग्रेजुएशन बैच में 25,118 छात्रों ने नामांकान कराया था। लेकिन, छठे और अंतिम सेमेस्टर देने के लिए 16,123 छात्र ही सामने आए। 2021 के बाद सभी बच्चों का नीलांबर पीतांबर यूनिवर्सिटी ने आकलन कराया। जिसमें यह बात सामने आई कि बैकलॉग एक बड़ी समस्या है।

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