चतरा : शनिवार को उपायुक्त कीर्तिश्री की अध्यक्षता में समाज कल्याण विभाग अंतर्गत संचालित योजनाओं की समीक्षात्मक बैठक आयोजित की गई। बैठक की शुरुआत आंगनबाड़ी केंद्रों में नामांकित बच्चों की उपस्थिति की समीक्षा से हुई। इस दौरान उपायुक्त ने स्पष्ट किया कि 02 से 07 वर्ष की आयु बच्चों के मानसिक विकास के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण होती है।

इस अवधि में आंगनबाड़ी सेविकाओं की जवाबदेही तय करते हुए उन्होंने निर्देश दिया कि केंद्रों का वातावरण बाल-अनुकूल बनाया जाए तथा बच्चों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा के साथ अच्छी आदतों से परिचित कराया जाए। साथ ही, बच्चों के अभिभावकों से नियमित संपर्क स्थापित कर बच्चों के पहनावे एवं स्वच्छता के प्रति जागरूक करने को कहा गया।
बैठक में भवन निर्माण से संबंधित लंबित योजनाओं को शीघ्र पूर्ण करने हेतु संबंधित कार्यान्वयन एजेंसियों को निर्देशित किया गया। भूमि विवाद से जुड़े आंगनबाड़ी केंद्रों के मामलों में बाल विकास परियोजना पदाधिकारी एवं अंचलाधिकारी को संयुक्त जांच कर भूमि चिन्हित करने का निर्देश दिया गया।
शत – प्रतिशत पात्र लाभुकों को लाभान्वित करने पर विशेष जोर
विगत तीन माह से लगातार खराब प्रदर्शन करने वाली सेविकाओं को चिन्हित कर चयनमुक्ति का प्रस्ताव प्रस्तुत करने का भी निर्देश दिया गया। इसके अतिरिक्त समाज कल्याण विभाग की प्रमुख योजनाओं—मुख्यमंत्री कन्यादान योजना, सावित्रीबाई फुले किशोरी समृद्धि योजना एवं प्रधानमंत्री मातृवंदना योजना—के अंतर्गत शत-प्रतिशत पात्र लाभुकों को लाभान्वित करने पर विशेष जोर दिया गया।
लगातार तीन माह से खराब प्रदर्शन के कारण बाल विकास परियोजना पदाधिकारी के विरुद्ध ‘प्रपत्र क’ गठित करने का निर्देश
उपायुक्त ने सभी आंगनबाड़ी केंद्रों के शत-प्रतिशत विद्युतीकरण का निर्देश देते हुए कहा कि आधारभूत सुविधाओं की उपलब्धता सुनिश्चित की जाए। साथ ही, विगत दो बैठकों में अनधिकृत रूप से अनुपस्थित रहने एवं विभिन्न संकेतकों में लगातार तीन माह से खराब प्रदर्शन के कारण बाल विकास परियोजना पदाधिकारी, चतरा ग्रामीण के विरुद्ध ‘प्रपत्र क’ गठित करने का निर्देश दिया गया।
ये रहे उपस्थित :
बैठक में उप विकास आयुक्त अमरेन्द्र कुमार सिन्हा, जिला अभियंता, जिला परिषद प्रतिनिधि, एनआरईपी, विद्युत प्रमंडल एवं पेयजल एवं स्वच्छता प्रमंडल के कार्यपालक अभियंता/प्रतिनिधि, जिला शिक्षा पदाधिकारी, जिला समाज कल्याण पदाधिकारी सहित सभी बाल विकास परियोजना पदाधिकारी उपस्थित थें।