मेदिनीनगर : जिला शिक्षा पदाधिकारी सह जिला कार्यक्रम पदाधिकारी पलामू के मनमाने रवैये के खिलाफ बी.आर.पी. सी.आर.पी. महासंघ ने मोर्चा खोल दिया है। इसी क्रम में महासंघ के सदस्यों ने शुक्रवार को डायट मेदिनीनगर में आयोजित प्रशिक्षण कार्यक्रम का बहिष्कार किया। बताया गया कि यह बहिष्कार कल भी जारी रहेगा। मौके पर मौजूद बी.आर.पी, सी.आर.पी. सदस्यों ने आरोप लगाया कि वे पिछले 20 वर्षों से शिक्षा व्यवस्था की रीढ़ रहे हैं, लेकिन वर्तमान जिला शिक्षा पदाधिकारी के कार्यभार संभालने के बाद से लगातार उन पर विद्यालयों से अवैध वसूली का दबाव बनाया जा रहा है। जो इसका विरोध करता है, उसकी अनुपस्थिति रिपोर्ट राज्य कार्यालय भेजने में जानबूझकर देरी की जाती है।
Jugnoo
महासंघ ने बताया कि दीपावली व छठ पर्व को देखते हुए राज्य सरकार ने अक्टूबर माह के अग्रिम वेतन भुगतान का आदेश जारी किया था, मगर पलामू जिला शिक्षा पदाधिकारी ने उक्त आदेश की अवहेलना करते हुए बी.आर.पी, सी.आर.पी. की उपस्थिति रोक दी है। इससे शिक्षाकर्मियों में गहरा आक्रोश है। महासंघ के नेताओं ने कहा कि यह पहला मामला नहीं है। इससे पूर्व भी एक दिवंगत सी.आर.पी. को कैबिनेट से स्वीकृत लाभ दिलाने और ईपीएफ कटौती की अनियमितता को दूर करने के लिए महासंघ महीनों से आवाज उठा रहा है, लेकिन विभागीय स्तर पर कोई कार्रवाई नहीं की गई। प्रशिक्षण बहिष्कार के बाद महासंघ के सदस्यों ने ऐलान किया कि शोषण और भ्रष्टाचार के खिलाफ उनका संघर्ष जारी रहेगा। यदि जिला शिक्षा कार्यालय की व्यवस्था में सुधार नहीं हुआ, तो “पोल खोलो अभियान” चलाकर भ्रष्टाचार के खिलाफ जिला से लेकर राज्य स्तर तक आंदोलन किया जाएगा और सभी जनप्रतिनिधियों व अधिकारियों को मामले से अवगत कराया जाएगा।
इस अवसर पर महासंघ के प्रदेश अध्यक्ष पंकज शुक्ला, जिलाध्यक्ष किशोर दूबे, महासचिव ओम प्रकाश सिंह सहित मुकेश तिवारी, संतोष सिंह, विजय दूबे, अनूप सिन्हा, प्रभात दूबे, जयप्रकाश कुमार, एजाज अहमद, संतन सिंह, प्रमोद सिंह, परमेन्द्र सिंह, राजदेव विश्वकर्मा, दीपक दूबे, बैजनाथ सिंह, जितेंद्र सिंह, राम प्रवेश राम, संदीप कुमार, महबूब अली, मनोज मेहता, पंकज सिंह, नागेंद्र पांडेय, अजय कुमार सिंह, ओंकारनाथ पाठक आदि बड़ी संख्या में बी.आर.पी, सी.आर.पी. मौजूद थे।