LIVE PALAMU NEWS DESK : अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के करीबी व कंजर्वेटिव राजनीति का एक चर्चित चेहरा और टर्निंग पाइंट यूएसए के सीईओ व सह-संस्थापक चार्ली कर्क की गोली मारकर हत्या कर दी गई। बुधवार को कंजर्वेटिव नेता कर्क की हत्या उस समय की गई, जब वह एक कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे।

31 वर्षीय चार्ली इजरायल के भी करीबी थे और कई मौकों पर कॉलेज छात्रों के साथ गाजा युद्ध पर बहस करते नजर आते थे। इस घटना के बाद उनकी तरफ से भारत को लेकर दिए गए बयान चर्चा में आ रहे हैं।
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने चार्ली कर्क के सम्मान में चार दिन के राष्ट्रीय शोक की घोषणा की है। उन्होंने आदेश दिया है कि पूरे संयुक्त राज्य अमेरिका में रविवार शाम 6 बजे अमेरिकी झंडे आधे झुके रहेंगे।
ट्रंप ने जताया दुख :
डोनाल्ड ट्रंप ने खुद चार्ली कर्क की मौत की पुष्टि करते हुए सोशल मीडिया पर एक भावुक पोस्ट लिखा। उन्होंने लिखा महान और लेजेंडरी चार्ली कर्क का निधन हो गया। अमेरिका के युवाओं के दिल को चार्ली से बेहतर कोई नहीं समझ सकता था। सभी, खासकर मैं, उन्हें प्यार और सम्मान देता था और अब वह हमारे बीच नहीं हैं। मेलानिया और मेरी संवेदनाएं उनकी पत्नी एरिका और परिवार के साथ हैं।
बता दें कि घटना के बाद पुलिस ने एक संदिग्ध को हिरासत में लिया है। लेकिन उसकी पहचान सार्वजनिक नहीं की गई है। जांच एजेंसियां फिलहाल इस बात का पता करने में जुटी हैं कि हमले के पीछे की मंशा क्या थी और हमलावर अकेला था या इसके पीछे कोई संगठित साजिश है।
पहले से ही चल रहा था विवाद :
बताते चलें कि चार्ली कर्क के कार्यक्रम में भाग लेने को लेकर यूनिवर्सिटी परिसर में पहले से ही विवाद चल रहा था। कई छात्रों और संगठनों ने कार्यक्रम रद्द करने की मांग करते हुए ऑनलाइन याचिका चलाई थी, जिस पर करीब 1,000 से ज्यादा लोगों ने साइन किया था।
हालांकि विरोध के बावजूद यूनिवर्सिटी प्रशासन ने कार्यक्रम को रद्द करने से इनकार कर दिया था और कहा कि यह ‘फर्स्ट अमेंडमेंट’ यानी अमेरिका के संविधान द्वारा प्रदत्त अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता के तहत आता है।
कौन थें कर्क:
सोशल मीडिया पर लाखों फॉलोअर्स वाले चार्ली को TPUSA यानी टर्निंग पॉइंट यूएसए के संस्थापक के तौर पर जाना जाता है। महज 18 वर्ष में उन्होंने इसकी स्थापना 2012 में की थी। उनका जन्म शिकागो के एक उपनगरीय क्षेत्र में हुआ था। लॉन्चिंग के बाद से ही संगठन तेजी से बढ़ा और अमेरिका के कॉलेजों में इसका विस्तार हुआ। कहा जाता है कि इसके 800 से ज्यादा चैप्टर हैं, जो अलग-अलग कॉलेजों में काम कर रहे हैं।
खबर है कि इस संगठन ने साल 2024 में हुए राष्ट्रपति चुनाव के दौरान युवाओं को एकजुट करने में बड़ी भूमिका निभाई थी। कॉलेज छात्रों के साथ उनकी कई डिबेट्स सोशल मीडिया पर वायरल होती रही हैं। वह फॉक्स न्यूज पर कार्यक्रम ‘द कर्क शो’ के होस्ट भी थे।