मेदिनीनगर: रेड़मा ओवर ब्रिज के नीचे स्थित सर्विस रोड की बदहाली अब स्थानीय लोगों के लिए रोजमर्रा की परेशानी बन चुकी है। यह सड़क बीते लगभग एक वर्ष से पूरी तरह जर्जर है, मगर नगर निगम अब तक इसकी सुध लेने नहीं पहुंचा। हालत यह है कि पैदल चलना तक मुश्किल हो गया है।

रेड़मा चौक पर अक्सर लगने वाले जाम से बचने के लिए प्रतिदिन हजारों दोपहिया, चारपहिया वाहन, ई-रिक्शा, टेम्पू एवं पैदल राहगीर इसी रास्ते से गुजरते हैं, लेकिन यह सड़क अब लोगों के लिए खतरा बन चुकी है। स्थानीय लोगों ने बताया कि कई बार ई-रिक्शा और मोटरसाइकिल सवार इस खस्ताहाल सड़क में पलट चुके हैं।
नाली का निर्माण नहीं होना बना रोड़ टूटने का कारण :
उनका कहना है कि सड़क जर्जर होने का सबसे बड़ा कारण है नाली का पानी, जो लगातार सड़क पर बहता रहता है। रेड़मा चौक से ओवरब्रिज तक के घरों और दुकानों का गंदा पानी इसी सड़क पर गिरता है, जिससे यह हर बार बनते ही फिर खराब हो जाती है। लोगों के मुताबिक, सिर्फ 100 मीटर नाली का निर्माण नहीं होने के कारण पूरी सर्विस रोड बार-बार टूटती जा रही है।
निगम की कार्यशैली पर गंभीर सवाल :
सबसे हैरानी की बात यह है कि पूर्व सहायक नगर आयुक्त भी इसी मार्ग से प्रतिदिन गुजरते थे, फिर भी सड़क निर्माण अब तक शुरू नहीं हो सका। इससे सवाल उठने लाजिमी हैं कि क्या नगर निगम को यह जर्जर सड़क दिखाई नहीं देती?
क्या नागरिकों की समस्याओं का समाधान करना प्रशासन की प्राथमिकता में नहीं है? या फिर तब तक इंतजार किया जा रहा है, जब तक स्थानीय लोग कार्यालय के बाहर धरना-प्रदर्शन करने को मजबूर न हो जाएं? बरसों से उपेक्षित यह सड़क आज निगम की कार्यशैली पर गंभीर सवाल खड़े कर रही है। जनता अब सिर्फ एक ही जवाब चाहती है, आखिर यह सड़क कब बनेगी?