लातेहार : गुरुवार को उपायुक्त उत्कर्ष गुप्ता की अध्यक्षता में कृषि, पशुपालन, मत्स्य व सहकारिता विभाग की समीक्षा बैठक का आयोजन किया गया। बैठक में कृषि विभाग अन्तर्गत संचालित योजनाओं यथा बीज विनिमय एवं वितरण की योजना, झारखण्ड कृषि ऋण माफी योजना, प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना, कृषि यंत्रीकरण अन्य कृषि संबंधी कार्यक्रमों की अद्यतन स्थिति की विस्तृत समीक्षा की गई।

पशुपालन विभाग से संचालित योजना यथा मुख्यमंत्री पशुधन विकास योजना, राष्ट्रीय कृत्रिम गर्भाधान कार्यक्रम समेत मत्सय विभाग एवं सहकारिता विभाग अन्तर्गत संचालित योजनाओं की प्रगति की भी समीक्षा की गई। उपायुक्त ने अधिकारियों को निर्देश दिया कि सभी योजनाओं का क्रियान्वयन पारदर्शी ढंग से हो और लाभुकों को समय पर आवश्यक इनपुट उपलब्ध कराया जाए।
कृषि विभाग की समीक्षा के क्रम में वित्तीय वर्ष 2024–2025, 2025–2026 में क्रियान्वित योजनाओं की भौतिक एवं वित्तीय प्रगति की जानकारी लेते हुए निर्धारित लक्ष्य के अनुरूप शत- प्रतिशत योग्य किसानों को योजना का लाभ प्रदान करने का निर्देश दिया गया। बीज विनिमय एवं वितरण की योजना के तहत निर्धारित लक्ष्य के विरुद्ध बीज वितरण का कार्य पूर्ण कराने का निर्देश दिया गया।
उन्होंने कहा कि सूक्ष्म सिंचाई योजनाओं को प्राथमिकता देते हुए किसानों को टिकाऊ कृषि पद्धतियों की ओर प्रोत्साहित किया जाए। साथ ही कृषि तकनीकी शिविरों का आयोजन कर किसानों को आधुनिक तकनीक, फसल विविधीकरण एवं प्राकृतिक खेती की जानकारी दी जाए।
बैठक में उपायुक्त ने पशुपालन एवं गव्य विकास विभाग द्वारा किए जा रहे कार्यों की समीक्षा के क्रम में मुख्यमंत्री पशुधन विकास योजना अंतर्गत लक्ष्य के अनुरूप शत प्रतिशत लाभुकों के बीच आगामी बैठक से पहले पशु वितरण सुनिश्चित करने का निर्देश दिया। पशुओं का वैक्सीनेशन शत प्रतिशत करवाने का निर्देश दिया गया।
पशुधन योजना अंतर्गत अभी तक हुए प्रगति की समीक्षा के क्रम में उपायुक्त ने संबंधित सभी योजनाओं के संचालन के लिए लक्ष्य को पूर्ण करने और जन कल्याण के लिए सरकार द्वारा उपलब्ध करायी गयी इन योजनाओं को शत प्रतिशत ग्रामीणों तक पहुंचा कर उन्हें इसका लाभ देने की बात कही। बैठक के दौरान उपायुक्त ने जिले में मत्स्य पालन को बढ़ावा देने पर बल दिया।
ये रहे उपस्थित :
बैठक में उप विकास आयुक्त सैय्यद रियाज अहमद, जिला कृषि पदाधिकारी नेहा निश्चा, जिला मत्स्य पदाधिकारी स्वर्णलता मधु लकड़ा, जिला पशुपालन पदाधिकारी डॉ सुषमा प्रधिया, जिला गव्य विकास पदाधिकारी, हरि कृष्ण, सहकारिता पदाधिकारी , एवं संबंधित पदाधिकारी एवं कर्मी उपस्थित थे।