अधिप्राप्ति शुरू होने से पहले ही सैकड़ों बोरे धान की पुष्टि, कालाबाजारी की आशंका
गढ़वा : सदर अनुमंडल पदाधिकारी संजय कुमार ने शनिवार को मेराल प्रखंड अंतर्गत अरंगी पंचायत में पैक्स द्वारा संचालित धान अधिप्राप्ति केंद्र का औचक निरीक्षण एवं छापेमारी की। निरीक्षण के दौरान पैक्स के संचालन में गंभीर अनियमितताएं पाई गईं।

अनधिकृत रूप से निजी आवासीय परिसर में हो रहा था पैक्स का संचालन
मामले की गंभीरता को देखते हुए एसडीएम ने मौके पर ही जिला सहकारिता पदाधिकारी को तलब किया। जिला सहकारिता पदाधिकारी नीलम कुमारी ने कुछ ही देर में मौके पर पहुंचकर एसडीएम को बताया कि उक्त पैक्स के लिए धान अधिप्राप्ति केंद्र का स्थल अरंगी में चयनित किया गया था, जबकि अनधिकृत रूप से संबंधित व्यक्तियों द्वारा दलेली स्थित इस निजी आवासीय परिसर में धान अधिप्राप्ति केंद्र संचालित किया जा रहा था, जो नियमों के विरुद्ध है।

उन्होंने यह भी बताया कि इस परिसर में धान अधिप्राप्ति होने का न कोई औपचारिक उद्घाटन किया गया और न ही उन्हें या आमजन को सार्वजनिक जानकारी दी गई थी कि धान अधिप्राप्ति की शुरुआत कब से होनी है। हालांकि निरीक्षण के दौरान बताया गया कि इस पैक्स में धान अधिप्राप्ति 16 दिसंबर से प्रारंभ हुई है।
16 दिसंबर से पहले भी हजारों बोरा से अधिक धान था संग्रहित
एसडीएम द्वारा जब मौके पर लगे सीसीटीवी कैमरों की रिकॉर्डिंग की जांच की तो यह पाया गया कि 16 दिसंबर से पहले भी हजारों बोरा से अधिक धान वहां संग्रहित होने की पुष्टि हुई। इस पर एसडीएम ने जब सवाल किया कि यदि अधिप्राप्ति 16 दिसंबर से शुरू हुई है तो 15 दिसंबर या उससे पूर्व इतनी बड़ी मात्रा में धान कैसे रखा गया, तो पैक्स अध्यक्ष के पिता एवं भाई इसका कोई स्पष्ट उत्तर नहीं दे सके।
किसान हित में लगातार धान अधिप्राप्ति केंद्रों पर है उनकी नजर
मामले को गंभीर मानते हुए एसडीएम ने मौके पर ही जिला आपूर्ति पदाधिकारी को भी सूचित करते हुए नियमानुसार आवश्यक कार्रवाई करने का निर्देश दिया। रजिस्टर में जिन किसानों के नाम लिखे पाए गए उनमें से ज्यादातर नाम पैक्स अध्यक्ष के परिवार के लोगों के ही मिले। एसडीएम ने कहा कि किसान हित में लगातार धान अधिप्राप्ति केंद्रों पर वे नजर बनाए हुए हैं किसी भी कीमत पर बिचौलिया, दलालों और कालाबाजारी करने वालों की दाल नहीं गलेगी।